MP NESW: विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और रोजगारोन्मुखी शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने एक दूरदर्शी निर्णय लिया है। प्रदेश में समग्र, उत्कृष्ट, समावेशी, गुणवत्तापरक, और रोजगारोन्मुखी शिक्षा के लिये सरकार ने एक स्वगतयोग कदम उठाया है। जल्द ही मध्यप्रदेश के 55 जिलों के महाविद्यालयों को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस (Prime minister college of excellence) के रूप में अपग्रेड किया जाएगा।
2024 के सत्र से किया जाना है प्रारंभ
चूंकि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इस योजना को प्रारंभ करने की डेडलाइन इसी सत्र (जुलाई 2024) को ध्यान में रखते हुए तय की गई थी अतः उसी के अनुरूप प्रदेश के सभी जिलों में निर्माण कार्य भी तेजी से किया जा रहा है।
अधोसंरचना तथा अन्य कार्यों के लिए मिले हैं लगभग 500 करोड़
मध्य प्रदेश के 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में अधोसंरचना विकास, भवन निर्माण तथा विस्तार, लैब उपकरण, पुस्तकालय, खेल सुविधाएं, फर्नीचर आदि विभिन्न कार्यों के लिए 336.00 करोड़रुपए एवं लगभग 2232 नवीन पदों हेतु 150 करोड़ रूपये वार्षिक आवर्ती स्वीकृत की गई हैं। गौरतलब है कि सभी 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस में 1845 शैक्षणिक एवं 387 तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पद सृजित किये गए।
कईं नए विषयों में शुरू होगा शिक्षण कार्य
नवस्थापित प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस को बहुसंकायी (multi streamed) बनाने एवं स्नातकोत्तर (Post graduation) कक्षाओं के संचालन के लिये 07 महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर नवीन संकाय एवं 55 महाविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर संस्कृत, बायो-टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, सायबर क्राइम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसे नवीन विषय शामिल किये गए हैं। साथ ही 55 महाविद्यालयों में पृथक-पृथक 27 विषयों में स्नातकोत्तर की कक्षाएं भी प्रारंभ की जानी हैं।
प्रदेश के महाविद्यालयों में स्किल पर आधारित 8 स्नातक पाठ्यक्रम होंगे शुरू
प्रदेश में कुल 105 महाविद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के 6 सेक्टर स्किल काउंसिल के सहयोग से 8 स्किल आधारित।स्नातक पाठ्यक्रम शुरू किये गये है। इनमें 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस तथा 50 अन्य महाविद्यालय भी शामिल है।
स्किल आधारित इन 8 पाठ्यक्रमो में बी. कॉम (ह्यूमेन रिसोर्स ऑपरेशन फॉर एम.ई.पी.एस.सी.), बी. कॉम (लॉजिस्टिक), बी. कॉम. (ई-कॉमर्स ऑपरेशन), बी. कॉम (इन रिटेल ऑपरेशन), बी. कॉम. (वी.एफ.एस. आई), बी.एस.सी (हेल्थकेयर मैनेजमेंट), बी. एस.सी (मार्केटिंग एण्ड सेल्स–फार्मा एण्ड मेड टेक) और बी.एस.सी (फार्मासियूटिकल मैन्यूफेक्चरिंग एण्ड क्वालिटी) शामिल किये गये है। साथ ही एन.सी.टी.ई. से अनुमति प्राप्त होने पर प्रदेश के सभी 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में बी.एड. पाठ्यक्रम भी आरम्भ किया जाएगा।
2 आई.टी. कोर्स के लिए IIT दिल्ली से किया MoU साइन
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में आई आई टी दिल्ली में MoU (memorandum of understanding) आधार पर आई.टी. के 02 सर्टिफिकेट कोर्स (90 घंटे के ऑनलाइन) Artificial Intelligence तथा Fintech with Al संचालित किए जायेंगे।
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में एविएशन कोर्स
प्रदेश के चुनिंदा प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में एविएशन सेक्टर स्किल कांउसिल के माध्यम से 03 से 04 माह के 07 सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, जो निम्नलिखित हैं
- एयरपोर्ट वेयरहाउस कॉओर्डिनेटर
- एयरपोर्ट सेफ्टी क्रू
- एयरलाइन्स फ्लाईट लोड कॉओर्डिनेटर
- एयरलाइन कैविन क्रू
- फ्लाइट डिस्पेचर
- एयरलाइन रिजर्वेशन एजेंट
- एयरलाइन कस्टमर सर्विस एक्जीक्यूटिव
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार शिक्षण सामग्री होगी उपलब्ध
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के परिप्रेक्ष्य में नवनिर्मित स्नातक पाठ्यक्रमों के आधार पर लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम से विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। आईटी का उपयोग कर नवीन पेडागोजी के माध्यम से शिक्षकों को शिक्षण कार्य की प्रक्रिया का विधिवत अध्ययन कराया जा रहा है। इससे उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने में सफलता लिलेगी और विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा।
कैंपस में “विद्यावन” भी बनाया जाएगा
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में पर्यावरण संरक्षण एवं ग्रीन कैम्पस हेतु “विद्यावन” का चिन्हांकन कर उसे विभिन्न जनप्रतिनिधियों, जैसे– मंत्री, सांसद, विधायक, अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों, शिक्षकों तथ अन्य कर्मचारियों और विद्यार्थियों द्वारा (आम, शीशम, सागोन, नीम, पीपल, करंज, गुलमोहर, बेर मॉलथी, गूलर, इमली, महुआ इत्यादि) पौधरोपण भी किया जा रहा है।
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