MP NEWS 20 जुलाई से शुरू होगा क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन- 2024 (Regional Industry Conclave)मध्य प्रदेश में निवेश तथा रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा एक सराहनीय कदम उठाया गया है। 20 जुलाई से जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश विदेश से कईं उद्योगपतियों के शामिल होने की संभावना है जिससे राज्य में निवेश और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
इस कॉन्क्लेव के दौरान प्रदेश में स्थापित/ स्थापनाधीन लगभग 70 परियोजनाओं का लोकार्पण/ शिलान्यास भी किया जाना है। ऐसा माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत 1222 ₹ का निवेश प्रस्तावित है जिससे लगभग 3444 रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
छिन्दवाड़ा में 4 जिलों के उद्यमियों के साथ की बैठक
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास से व्यापार तथा रोजगार दोनों बढ़ावा मिलेगा और इसी उद्देश्य से मध्यप्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देने के लिये 20 जुलाई को जबलपुर में आयोजित होने वाले सम्मेलन को सफल बनाने के लिये मंगलवार को छिन्दवाड़ा जिले के अमरवाड़ा में हुई उद्योग संघों व उद्योगपतियों की बैठक में यह विचार व्यक्त किये।
प्रदेश के सभी क्षेत्रों का बराबरी से विकास करना ही है सरकार का लक्ष्य
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्थानीय उद्यमियों के साथ बाहर के उद्यमियों को जोड़कर प्रदेश के सभी क्षेत्रों में सरकार समान रूप से विकास कार्य को गति देना चाहती है; ताकि विभिन्न क्षेत्रों, जैसे– कृषि, रोजगार, व्यापार, पर्यटन, उच्च शिक्षा, स्वरोजगार आदि विभिन्न क्षेत्रों में नई उपलब्धि को हासिल किया जा सके। वैसे विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में कई सारी कठिनाईया आती है लेकिन सकारात्मक सोच से आगे बढ़कर उनका निराकरण किया जा सकता है। छोटे-बड़े, मझौले सभी उद्यमी सरकार के साथ कदम-कदम से मिलाकर चलेंगे तो विकास की एक नई धारा प्रवाहित होगी।
औद्योगिक सम्मेलनों का आयोजन प्रदेश के हर क्षेत्रों में होगा
अभी तक सिर्फ़ इंदौर शहर ही इस तरह के आयोजन में (इंडस्ट्री सम्मिट/ इन्वेस्टर्स समिट) होती थी लेकिन अब यह प्रदेश के अन्य भागों में भी होगी और वहां की औद्योगिक कठिनाईयों को दूर कर विकास को गति दी जाएगी। उन्होंने उद्योग संघों व उद्योगपतियों से भी अपील की कि वे निवेश को प्रोत्साहित करें। साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इसके लिये उन्हें औद्योगिक नीति के अनुसार कईं सुविधाऐं प्रदान की जायेगी।
स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार जो बेहतर हो सकता है उस दिशा में निवेश में अनुकूलता लाना है ताकि संपोषणीय विकास हो सके। औद्योगिक विकास के लिये प्रदेश के पास पर्याप्त लैंड बैंक है।
स्थानीय उत्पादों और लघु उद्योग को बढ़ावा देने पर हो विशेष ध्यान
बैठक में माननीय मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक निवेश में रोजगारमूलक गतिविधि और स्थानीय उत्पादों के प्र-संस्करण पर जोर दिया गया। उन्होंने उद्योगों के स्थापना में सब्सिडी का जिक्र करते हुये बायर और सेलर के बीच की कठिनाईयों को दूर कर उद्योग और व्यापार की दिशा में आगे बढ़ने को कहा। इन सब बातों में उन्होंने स्थानीयता को विशेष महत्व देते हुये कहा कि स्थानीय स्तर पर कच्चे-माल को उपयोगी बनाये और रोजगार पाने वालों की संख्या बढ़ायें।
सभी जिला कलेक्टरों से उद्योग और व्यापार संघों की कठिनाईयों को समझने तथा उसे दूर करने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये कहा ताकि लघु उद्योगों को प्रोत्साहन मिले और उनकी बेहतरी के लिये सुझाव भी हो। उन्होंने दुग्ध उद्योग को बढ़ावा देने के लिये हो रहे प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने जिले एवं संभाग में उद्योगों की संभावनाओं की दिशा में कारगर कार्य करने को निर्देशित किया।