MP News : भोपाल और इंदौर ने वेटलैंड सिटी की मान्यता हेतु दिए प्रस्ताव–पर्यावरण एवं वन मंत्री श्री रामनिवास रावत की अध्यक्षता में राज्य वेटलैंड प्राधिकरण की चौथी बैठक के अयोजन किया गया। बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि भोपाल एवं इंदौर ही देश के पहले दो शहर है जिन्होंने वेटलैंड सिटी के रूप में अधिमान्यता प्राप्त करने हेतु प्रस्ताव दिया है। बैठक के दौरान मंत्री जी द्वारा नदी और तालाबों के किनारों पर पौधे लगाने और इनको शहरी सीवेज जल द्वारा प्रदूषित होने से रोकने के संबंध में भी दिशानिर्देश दिए गए।
एक पेड़ मां के नाम अभियान से होगा जल स्त्रोतों का संरक्षण–
मंत्री श्री रावत ने कहा कि मध्यप्रदेश प्राकृतिक संपदा की दृष्टि से एक संपन्न राज्य है, यहां नदी, तालाबों और अन्य जल निकायों की पर्याप्त उपलब्धता है। सरकार और समाज की जिम्मेदारी है कि वो मिलकर तालाबों का संरक्षण करे। उन्होंने कहा कि राज्य शासन इन जल स्त्रोतों का संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है, और इनका सरंक्षण राज्य शासन की उच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने यह जानकारी दी कि प्रदेश के तालाबों के किनारों पर “एक पेड़ मां के नाम” अभियान में वन एवं पर्यावरण विभाग मिलकर पौधारोपण कर रहे हैं जिससे इनका संरक्षण हो सकेगा।
कार्यक्रम के दौरान राज्य वेटलैंड प्राधिकरण के प्रतीक चिन्ह का भी किया लोकार्पण–
मंत्री श्री रावत ने राज्य वेटलैंड प्राधिकरण के कार्यों एवं गतिविधियों की सराहना की, साथ ही उन्होंने राज्य वेटलैंड प्राधिकरण (State Wetlands Association) के प्रतीक चिन्ह का लोकार्पण भी किया। गौरतलब है कि श्री सफा एस. मावल द्वारा डिजाइन किए गए प्रतीक चिन्ह को प्रथम और श्री एबिनो साइमन को द्वितीय स्थान दिया गया इन दोनों को पुरुस्कार स्वरुप क्रमशः 50000 और 25000 रुपए की राशि देने की भी घोषणा की गई।
इंदौर स्थित सिरपुर वेटलैंड है एक रामसर स्थल–
इंदौर स्थित सिरपुर वेटलैंड एक मानव निर्मित वेटलैंड है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। यह एक रामसर स्थल है जिसे पिछली दो शताब्दियों में प्राकृतिक विशेषताओं के साथ विकसित किया गया है। आमतौर पर पक्षी विहार (पक्षी अभ्यारण्य) नाम से प्रसिद्ध यह स्थल एक उथली, क्षारीय, पोषक तत्वों से भरपूर झील है। यह अनेक लुप्तप्राय प्रजातियों के पौधों और जानवरों को संरक्षण देती है।
सर्दियों के मौसम में पूरी दुनिया से यहां पर कईं दुर्लभ जलीय पक्षी आते हैं। लगभग 130 पक्षी प्रजातियों को यहाँ स्पॉट किया गया है। इनमें कॉमन पोचार्ड, मिस्र का गिद्ध और इंडियन रिवर टर्न जैसे कईं दुर्लभ पक्षी शामिल है। सिरपुर वेटलैंड के कईं लाभ है, जैसे– यह आसपास रहने वाले समुदायों को मत्स्य पालन और औषधीय पौधों की खेती जैसी गतिविधियों से जोड़ता है, जो उनके रोजगार का मुख्य स्रोत है, बाढ़ को रोकने में सहायक है, इंदौर के स्थानीय लोगों के लिए एक पर्यटक स्थल और मनोरंजन का साधन है।
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